Pooja Khandelwal Success Story : यह एक ऐसी स्टोरी है जो हर लड़की को अपने आप में इंस्पायर करती है हम बात कर रहे हैं पूजा खंडवाज सक्सेस स्टोरी के बारे में यह एक ऐसी लड़की है जिसने अपने दम पर पढ़ाई करके वकालत की डिग्री हासिल की उनके बुरे समय में उनके पापा ने भी इनका साथ छोड़ दिया 18 साल की उम्र में शादी होगी और 19 साल की उम्र में ऑपरेशन से इन्हें एक बच्चा पैदा हुआ.
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Pooja Khandelwal Success Story
हम बात कर रहे हैं पूजा खंडेलवाल की सक्सेस के बारे में पूजा खंडवाला का जन्म एक बहुत ही संपन्न परिवार में हुआ था इनके पिता बहुत ही नामी बिजनेसमैन थे इनकी जर्नी वहां से स्टार्ट होती है जब उनके फादर सिंधिया स्कूल पढ़ने के लिए इन्हें भेजा क्योंकि उसे समय उनके पिता बहुत सारी फाइनेंशियल प्रोबलम से जूझ रहे थे और वह यह नहीं चाहती थी कि उन परेशानियों का असर पूजा खंडवाला के ऊपर पड़े पूजा खंडवाला जब बोर्डिंग स्कूल में गई वहां पर इन्होंने बहुत कुछ सीखा और बोर्डिंग स्कूल में पढ़ाई करते-करते वह 12 पास कर ली.
इनकी कहानी की शुरुआत तब होती है जब इनकी मौसी एक दिन इन्हें कॉल करके बताती है कि कंग्रॅजुलेशन तुम्हारी तो शादी पक्की हो गई है तब पूजन खंडवाला को समझ नहीं आता वह यह बात सुनकर के पूरी तरह से शोक रह गई उनकी मौसी बोलती है कि जब तुम्हारे पापा जयपुर आए थे तो उन्होंने तुम्हारी शादी पक्की कर दी.
कर्ज में दूबे पापा ने की शादी
पूजा खंडवाला की मम्मी पापा जब वापस जयपुर से घर आते हैं तो पूजा खंडवाला अपनी पापा से पूछते हैं मौसी ने फोन कर मेरे से ऐसा बोला तो पापा ने बोला वह सही है बेटा मैं बहुत सारी परेशानियों से गुजर रहा हूं और मेरे पास बैंक का लोन भी है और मेरे पास इतनी इनकम भी नहीं है कि मैं तुम्हारी शादी अच्छे से कर सकूं और दो शादी वाले कोई भी डिमांड नहीं कर रहे हैं.
जैसे तैसे पूजा खंड वालों की शादी हो गई और वह अपने ससुराल पहुंची तो वहां पर उन्होंने अपनी जैसी ही फैमिली देखा जैसा की पूजा खंडवाला के पापा भी एक बिजनेसमैन थे और पूजा के ससुराल वाले भी एक बिजनेसमैन थे लेकिन दोनों में किसी भी प्रकार का अंतर नहीं था मेरे पापा भी एक कर्ज में डूबे थे और मेरे ससुराल वाले भी कर्ज में डूबी थे
जिससे अब हमेशा नहीं समझ में आ रहा था कि हम अपने ससुराल वालों को बोले ऐसा अपने घर वालों को बोल, उसे समय मेरे को खाना बनाना भी नहीं आता था क्योंकि मैं एक बोर्डिंग स्कूल में पढ़ाई की और पढ़ाई करने की आने के बाद ही तुरंत मेरी शादी कर दे जिससे खाना बनाने का मुझे कोई भी आईडिया नहीं था.
Pooja Khandelwal Success Story की टर्निंग पॉइंट
मैं पूजा खंडवाला जैसे तैसे अपने ससुराल में रहती थी और एक समय ऐसा आया जब वह प्रेग्नेंट हो गई जिसके कारण वह ससुराल में ही उन्हें 9 महीने तक रहना पड़ा पूजा खंडवाला 18 की उम्र में शादी बार 19 की उम्र प्रेग्नेंट हो गई मेरे को खाना बनाना आता था तो घर में मुझे झाड़ू पोछा का काम दिया जाता था. वह लोग मेरे से बोलते थे की जमीन पर बैठकर काम करने से आपकी डिलीवरी आसानी से हो जाए की उसे समय मुझे किसी भी प्रकार का समझ नहीं था तो वह लोग जैसा बोलते थे मैं वैसा करती थी पूजा खंड वाले ऐसा कहा.
पूजा खंडवाला के परिवार वालों ने उन्हें दिल्ली एक बोतल तेल पिलाते थे और वह इसे यह कहते थे कि ऐसा करने से आपकी डिलीवरी नार्मल होगी लेकिन यह देखते-देखते पूजा खंडवाला की शरीर इतनी ज्यादा भूल गई कि उन्हें अस्पताल लेकर जाना पड़ा और जब वह अस्पताल लेकर जाते हैं तो वहां पर उनकी डिलीवरी नॉर्मल नहीं ऑपरेशन के द्वारा किया जाता है
जिससे यह सब देखकर पूजा खंडवाला पूरी तरीके से सॉन्ग डर रही थी मात्र 18 साल की उम्र में शादी और 19 साल में प्रेग्नेंट और मेरा 19 साल में ही ऑपरेशन हो जाता है यह सब सुनकर और सोच कर के पूजा खंडवाला को अब कुछ समझ में नहीं आ रहा था
पूजा खंडवाल के लाइफ में क्या-क्या दिक्कते आई | Pooja Khandelwal Success Story
पूजा खंडवाल बताती है कि मेरी लाइफ की परेशानी यही नहीं रुकती है यह सब कुछ होने के बाद मैं और मेरे पति एक बच्चे के साथ कहीं दूर पर एक रहने के लिए चले गए और जब हम लोगों ने वहां गए तो वहां पर देखा कि एक रूम में सिर्फ एक गढ़ा था तो मैं अपने आप से सोचा कि हम वहां पर कैसे अपने आप को सरवाइव कर पाएंगे बात वही नहीं थी वहां पर डेली सुबह उठकर पानी भरना और भी बहुत सारी चीज हैं जो लिमिटेड में हमें पूरा करना था लेकिन जैसे तैसे पूजा करने वाले अपनी लाइफ की प्रॉब्लम को झेलते हुए आगे बढ़ते चले गए
जब सब कुछ नॉर्मल हो गया तो पूजा खंडवाल ने एक बार अपने मन में सोचा कि मैं इतनी पढ़ी लिखी हूं तो क्यों मैं आगे नहीं पढ़ सकूं या जब मेरा बच्चा बड़ा होगा तो वह अपने सर्टिफिकेट में क्या लिखेगा कि मेरी मां एक 12 पास है
पति ने पढ़ाई छोड़ने पर दबाव दिया
पूजा खंडवाला बन जाती है कि एक समय की बात है जब मैं अपने बच्चों के लिए मार्केट से जन्म पत्री बनवाने गई थी वह जो हमारे बच्चे के लिए जन्मपत्ति बना रहा था उन्होंने मेरे से पूछा आप क्या करते हो तो मैंने जवाब दिया कि हम घर पर ही रहते हैं अपने बच्चों को संभाल लेते हैं मैं सिंधिया स्कूल में टॉपर रह चुकी हूं तभी जन्मपत्ति बनाने वाले ने बोला कि आप आगे की पढ़ाई क्यों नहीं करना चाहते हैं
तो इस पर पूजा खंडवाला रहती है कि मेरे घर वाले मुझे पढ़ाई के लिए मना कर रहे हैं और मेरे को घर पर ही रहने के लिए बोलते हैं सिर्फ घर का काम और बच्चों को देखने के लिए तभी जन्मपत्री वाले ने पूजा खंडवाला को समझाइए कि बेटा पढ़ाई अपने आप में एक ऐसी ताकत है कि तुम अपने जीवन में कुछ भी कर सकते हो तो मैं यह चाहता हूं कि तुम आगे की पढ़ाई करो
यह सब सुनने के बाद जब पूजा कंडवाल अपने घर आती है और अपनी पति से बात करती है अपने से पहले ही पूजा खंडवा लिया सोच रखा था कि मेरे घर वाले और मेरे पति तो मानने वाले हैं नहीं है तो वह उन लोगों से एक झूठ बोलकर घर जाती थी कि हमें एक लाइब्रेरी में काम मिला है और मैं घर पर रहते रहते बोर हो जाती हूं
जिसके कारण मैं लाइब्रेरी जाकर थोड़ा टाइम स्पेंड करके अपने आप को अच्छा फील करना चाहती हूं इस पर उनके पति में मना किया लेकिन बार-बार कहने पर वह मां के और पूजा खंडवाला लाइब्रेरी जाना शुरू कर दी और वहीं पर उन्होंने अपनी पढ़ाई की शुरुआत फिर से और जैसे तैसे वह अपनी ग्रेजुएशन को कंप्लीट किया इसके बाद प्रोफेसर ने उन्हें आगे पढ़ाई करने के लिए बोला तो उनके मन में यह सवाल आया कि मैं आगे की पढ़ाई कौन सी करूं प्रोफेसर ने उन्हें खुद बोला जो तुम्हें अच्छा लगे
आप लाइब्रेरी में जॉब कर लो थोड़ी देर के लिए जो मैं इस दौरान वहां पर बैठकर पढ़ना स्टार्ट किया ऐसे करते-करते मैं एग्जाम की तैयारी कर ली और इंग्लिश लिटरेचर में भी मैं डिस्टिंक्शन से पास हुई उसके बाद जो मैंने वह पास कर लिया मुझे मेरे प्रोफेसर बोले कि बेटा तुम्हें यहीं खत्म नहीं होता है अब तुम आगे पढ़ाई करो तो मुझे लगा कि आगे की आप पढ़ना क्या करूं मैं लेकिन ला का कोर्स सबसे ज्यादा सस्ता था उस वक्त मैं MBA करना चाहती थी लेकिन MBA कितनी फ़ीस इतनी जादा थी की मै उसे अफॉर्डेबल नहीं कर सकती थी
पूजा खंडवाला इंदौर में जाकर जैसे-जैसे अपनी इला की अपनी पढ़ाई स्टार्ट कर दी और उनके पास कुछ इतना सहयोग था कि वह पहले मंथ की फीस भर सके उसके बाद वह पढ़ाई स्टार्ट होती थी वह एग्जाम्स डेट गए एक समय ऐसा है जो 5th सेमेस्टर था और वह एग्जाम देने के लिए जा रही है तो उनके एक पहचान वाले में उनके पति को बता दिया कि आपकी पत्नी इस कॉलेज में जाती है और पढ़ाई करती है
तभी पूजा खंडवाल के पति घर पर आते हैं और अपनी पत्नी से सारी सच्चाई पूछने लगते हैं ऐसा पूछने का पूजा पंडाल में सब कुछ अपनी पत्नी को सच बता दे जिससे उन दोनों में बहुत ज्यादा लड़ाई हुआ और इस लड़ाई होते हुए तो पूजा के पति ने अपनी पत्नी को चाकू से भी मार दिया और जिस पर उनका पैर में ज्यादा घाव हो गया के बाद उनको पता नहीं जाटेगा कि वह भी सॉफ्टवेयर के और वह झटपट की पत्नी को को लेकर अस्पताल में और इलाज शुरू हुआ और जब मैं ठीक हो गए तो मेरे मन में एक सवाल आया मैं इस तरीके योजना में अब नहीं रह सकती
इसके बाद वह अपने घर वापस आ गए घर पर वापस आने के बाद उन्हें लगा कि अब यहां पर कुछ समय के लिए सब कुछ ठीक हो जाएगा लेकिन एक दिन ऐसा हुआ जब पूजा खंडवा में अपने पापा से ₹500 मांगा तो ऊर्जा के पिता ने ऐसा जवाब दिया की पूजा करने वाली पूरी तरीके से जब रह गई पूजा खंड वाले में पिता ने कहा कि तुम मेरे यहां तो वापस आ रही है खाने पीने की अलार्म मेरे से किसी भी चीज की उम्मीद मत रखना कि मैं तुम्हारा पूरा कर सकूंगा जिस तरह से मिलने हुआ घर छोड़कर आया है उसी तरीके से अपने दम पर कमाओ और खाओ और अपने बच्चों को पालन पोषण करें
Pooja Khandelwal Success Story : अपने दम पर की वकालत की पढ़ाई
आज के बाद मैं अपने फादर से कभी पैसे नहीं मांगूंगी मैं मर जाऊंगी लेकिन पैसे नहीं मांगूंगीमेरे को खुद इतनी सारी हार्मोनल इश्यूज और पीसीओडी बहुत सारी इश्यूज थी मुझे तो मेरे को यह लगा कि मैं इतनी वीक हो चुकी हूं ना मैंने कभी इतने साल से जब किया कोई काम नहीं किया मुझे काम ही कौन देगा पर डिग्री मेरे पास थी तो मुझे लगा इंटर्नशिप स्टार्ट करते हैं मैंने इंटरशिप मैं बहुत जगह कोट में मैं घूमी एक लॉयर के अंदर इंटर्नशिप ली लेकिन स्टार्टिंग में जब आप इंटर्नशिप करने जाते हैं
और आप यह सोचते हैं कि आप कुछ नया सीखेंगे एक नई दुनिया है सारे लोग आपके यहां सीखने बैठे हैं ऐसा नहीं होताउनके पास एक जाना नहीं है बहुत सारे लोग आते हैं इंटर्नशिप लेने के लिए और उसे वजह से मैं जब अपने सीनियर के पास गई हूं तो वहां पर भी यही सेम सिचुएशन मैं फेस की है कि पैसे कुछ मिलते नहीं थे और दिन रात डांट सुनने को मिलती थी और कम करो बस पैसे की मुझे बहुत ज्यादा जरूरत थी उसे वक्त मुझे लगा कि मुझे जॉब करना चाहिए और मैं जब स्टार्ट किया उसके बाद मेरी लाइफ में एक दिन ऐसा आया कि जब सोशल मीडिया का इवेंट बहुत स्टार्ट हुआ और सोशल मीडिया बहुत राइस पर आने लग गया 2018 के बाद की बात कर रही हूं
मैं तो मुझे सब लोग पीछे पड़ गए कि आप इतनी सुंदर दिखती है बिल्कुल मॉडल जैसी दिखती है आपको तो इंस्टाग्राम पर इनफ्लुएंसिंग करनी चाहिए आपको यूट्यूब पर होना चाहिए आपको सब जगह पोस्ट भी करना चालू किया तो रूल्स का जब टाइम आया तो सब ने मुझेलाइक किया प्लीज बनाइए अपनी मुझे हेल्प भी मिलने लग गई तब मैंने सोचा कि इसको और एनहांस करने के लिए क्योंकि मैंने कुछ उसे टाइम कंपीटीशन जीत लिए थे मैंने मैसेज गुड़गांव का भी कंपटीशन जीता था तो मेरे को जो सक्सेस मिला उससे मुझे यह प्रेरणा मिली कि मुझे ना बॉडी एक्टिंग करनी चाहिए कि मैं प्लास्टिक सर्जन से मिली और उन्होंने मुझे सीधे रिकमेंड कर दिया
कि आप मैं आपका लाइफ को क्षेत्र कर देता हूं वह मुझे बिल्कुल आईडिया नहीं था कि मेरी बॉडी में होता फैट ही नहीं था उसे वह करने के बाद मेरे पूरे बॉडी में इंफेक्शन फैल गया इतना सीवर इन्फेक्शन की मैं जिस टर्म का कभी आज तक नाम भी नहीं सुना था यह टिपिकल माइक्रोबैक्टेरियम मेंस पूरे बैक्टीरिया बहुत मुश्किल से मैं फिटनेस और यह बॉडी अटेंड करी थी मेहनत कर करके फिर मैं बहुत डॉक्टर के पास खाक जानी तब जाकर गंगाराम हॉस्पिटल में मुझे देवता सूर्य की डॉक्टरहै उन्होंने मेरा इलाज किया उन्होंने मुझे गाइड किया इस दौरान क्योंकि मेरे पास टाइम था डेढ़ साल का मैं रिकवरी के अंदर मैं बहुत सारी लो की बुक्स मेडिसिन से रिलेटेड बुक्स की अपने आप को रिकवर कैसे करना है ह्यूमनएनाटॉमी के इलाज किया
उन्होंने मुझे गाइड किया इस दौरान क्योंकि मेरे पास टाइम था डेढ़ साल का मैं की रिकवरी के अंदर मैं बहुत सारी लो की बुक्स मेडिसिन से रिलेटेड बुक्स की अपने आप को रिकवर कैसे करना है हुमन एनाटॉमी के बारे में कनस्ट्रोलॉजी के बारे में मैं बहुत पढ़ाई करी क्योंकि कोई और कोई काम ही नहीं था मेरे पास फाइनेंशियल ईयर पूरी ब्रोक हो चुकी थी पैसा था नहीं मेरे पास बीमार रहती थी और दवाइयां खाती थी तो जितना टाइम मिलता था जब जितने टाइम में एंटीबायोटिक और पैंकिलर्स या फिर जो नारकोटिक्स मुझे नींद की दवाइयां दी गई थी मैं जितनी टाइम नहीं सोई थी बैठी थी वहां धूप में तो मैं बैठकर पढ़ाई करती थी
मैंने पढ़ाई की उसके थ्रो मैंने जितनी भी चीज सीखी हूं तो मैं पीआर थैरेपीज और यह सब खुद पर करना चालू किया यह सारी चीज प्लांट प्लाज्मा मैं इंजेक्ट किया अपनी थैरेपीज में खुद करती हूं आज की डेट में भी मैंने अपनी फेस की स्किन अपनी बॉडी की स्किन पूरी ट्रांसफॉर्म करी कॉन्फिडेंस रेगेन किया तब तक एंटीबायोटआईसीएस ने अपना वर्क करना शुरू कर दिया था और मेरा इंफेक्शन ठीक हो गया था वह सारे जो धब्बे मेरी बॉडी पर पड़ गए थे वह काफी हद तक साफ हो गए तभी एक दिन लिए मेरी लाइफ का जैसे कहते हैं
ना कि फिर से समय बदलता है और आदि सर का मुझे फोन आता है वह मुझसे इतने सालों के बाद वैसे हम बीच में कभी-कभी बात करते थे तो एडिशन पूछा कि बेटा क्या कर रहे हो तो मैंने बोला सर मैं घर पर ही हूं तो बोले कि अच्छा मैं पीएम मोदी के ऊपर एक बुक पब्लिश की है उनकी लाइफ के ऊपर आई वांट टू गिफ्ट टू यू मैं तुम्हारे घर आता हूं देने के लिए तो कर आए और सर से मेरी इस दौरान बात हुई उसने बोला वापस से प्रेक्टिस क्यों नहीं स्टार्ट करती तो मैंने बोला सर मैं फिर से कर सकती हूं और उसी उसी के बाद सर सुप्रीम कोर्ट के बार काउंसिल के प्रेसिडेंट इलेक्ट हुए और फिर मैं एसोसिएट कर के साथ वर्क करना स्टार्ट किया सर ने तब भी
मुझे यह समझाया कि देखो बेटा मैं तुम्हारा मेंटल हूं लेकिन जर्नी अपने दम पर खुद स्टार्ट करनी होती है सो अपनी जिंदगी में सब लोग अच्छा से बेस्ट बनना चाहते हैं लेकिन मेरा नजरिया यह है की बेस्ट की जगह आप ग्रेट बनी कोशिश करें क्योंकि ग्रेट इस रिप्लेसेबल जब अपग्रेड बन जाते हैं तो आपको सदियों तक युगों तक कोई नहीं भूल सकता तो हमें यही बताया जाता कि आपकी शादी अच्छे घर में हो जाएगी तो आपकी लाइफ अच्छी हो जाएगी आपको अच्छी नौकरी मिल जाएगी आपकी लाइफ अच्छी हो जाएगी
लेकिन मैं आपको सच बताऊं आपकी लाइफ अच्छी तब होगी जब आप खुद अपने पैरों पर खड़े होंगे फाइनेंशली अपने आप को इंडिपेंडेंस करेंगे और वह काम आप जो करना चाहते हैं जो एक्चुअली आप कैपेबल है करने के लिए वह काम करेंगे एक्चुअली आपको अगर मैं बताऊं अपने बारे में की एक 18 साल की लड़की जो सिर्फ 12th पास करके स्कूल से आई है और 19 साल में मां बन जाती है उसके बाद उसकी कोई सपोर्ट करने वाला नहीं वह चुपचाप पढ़ाई करती है वह लड़की औरइतना सब उधर से ससुराल से प्यार से सब जगह से सुनने के बाद भी वह यह ठनती है कि मुझे आने वाले हर आगे के जितने भी साल है आगे की जितने भी युग हैं उसके अंदर लोग मेरी कहानी से कुछ इंस्पिरेशन ले सके
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