Satellite made by Tata टाटा एडवांस सिस्टम्स ने बनाया भारत का पहला spy उपग्रह अंतरिक्ष प्रक्षेपण के लिए तैयार है ! बताया या जा रहा है कि यह भारत का पहला जासूसी उपग्रह है जो अप्रैल तक स्पेस एक में रॉकेट में लॉन्च किया जाएगा इसका उपयोग सशक्तिकरण और गुप्त जानकारी प्राप्त करने के लिए किया जाएगा | एक रिपोर्ट के मुताबिक बताया गया है कि टाटा एडवांस सिम सिस्टम लिमिटेड द्वारा स्पाई उपग्रह को लॉन्च करने के लिए फ्लोरिडा भेजा जा रहा है |
Satellite made by Tata के माध्यम से भारतीय मार्केट में विदेशी विक्रताओं से आवश्यक और सटीक जानकारी प्राप्त किया जा सकता है और यह उपग्रह उन पर भारत के द्वारा निगरानी रखने की अनुमति देगा और पूर्ण जमीन के द्वारा पूरा सहयोग करेगा | इसका ग्राउंड कंट्रोल सेंटर जो बेंगलुरु में स्थापित किया जाएगा पर अभी काम किया जा रहा है और जल्द ही चालू होने की उम्मीद जताई जा रही है |
Read More:SpyLoan: गूगल ने प्ले स्टोर से हटाए 18 ऐप्स आप भी फोन से तुरंत करंट डिलीट वरना बाद में पछताएंगे !
Satellite made by Tata टाटा एडवांस ने बनाया SPY उपग्रह
बताया जा रहा है कि जब यह सैटेलाइट पूरी तरीके से तैयार हो जाएगी तो इसके द्वारा भेजी गई फोटो को अपने मित्र देशों के द्वारा साझा करने की अनुमति दी जाएगी | भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो के पास भी उपग्रह है जो फोटो सादा शेयर करने में मदद कर सकते हैं लेकिन आवश्यक विशाल कवरेज को देखते हुए उनका अनुप्रयोग केवल सीमित कार्यों के लिए किया जाएगा |
भारत में इसमें वर्तमान में आवश्यक जासूसी डाटा प्राप्त करने के लिए अमर की कंपनियों का उपयोग करता है वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन के साथ हुई सड़क के बाद इसकी जरूरत पड़ गई है जिसके लिए अब तक जो भी टेक्नोलॉजी उसे की जाती थी वह अमेरिका के कंपनियों के द्वारा किया जाता था |
The satellite that has been built by Tata Advanced Systems Ltd (TASL) is being sent to Florida for its launchhttps://t.co/taF2GSXO0r
— Lakshmisha K S (@lakshmishaks) February 19, 2024
पिछले हफ्ते, इसरो ने श्रीहरिकोटा अंतरिक्षयान से अंतरिक्ष यान जीएसएलवी एफ14 पर अपना मौसम संबंधी उपग्रह इन्सैट-3डीएस लॉन्च किया था। यह मौसम पूर्वानुमान और प्राकृतिक आपदा चेतावनियों का अध्ययन करेगा। अपने ख़राब ट्रैक रिकॉर्ड के कारण। जीएसएलवी को “शरारती लड़का” कहा गया है।
इसरो पृथ्वी का अध्ययन करने के लिए सिंथेटिक एपर्चर रडार उपग्रह विकसित करने के लिए नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) के साथ भी शामिल रहा है। इसरो के प्रमुख एस सोमनाथ ने हाल ही में कहा था कि यह कोई ”निगरानी उपग्रह” नहीं है.
Read More:INSAT-3DS: इसरो भारत का मौसम उपग्रह INSAT-3DS सफलतापूर्वक लॉन्च किया !